7 Days Hindi weekly
- BRAJBHUSHAN SINGH (EDITOR)
- DR.VIKASH HAZRA (CMD 7DAYS GROUP)
7Days Bihar Team
- मो० शायक उद्दीन (ब्यूरो प्रमुख Magadh Pramandal)
- मदन कुमार तिवारी (Advocate- Co-Ordinator Magadh & Shahabad) मो० 9431267027,9431267026,0631-2223223
- कुमार मंगलम (ब्युरो प्रमुख बिहार )
- Viseswar Kumar- Raniganj
- Sunil Kumar Mishra-Reporter- Aurangabad
- Sudrshan Kumar- Guraru
- Shasi Kapur Vishwkarma- Belaganj
- Satyendra Mishra- Madanpur
- Ramesh Chandra Mishra - Bakebazar
- Rajesh Kr. Ranjan- Rafiganj
- R.K.Trivedi Reporter-Tekari
- R.K.Mourya-Imamganj
- R.k.Bharatdwaz-Bakebazar
- Prince Kumar-Reporter- Aurangabad
- Nirbhaya Raj Pritam-Reporter-Dumariya
- Nibha Rani Reporter Sherghati
- Kaimu Khan- Vikramganj
- Jitendra Mishra- Konch
- Dinesh kumar pathak-DEV
- Ashok Kumar Singh- Haspura
- Arun Kumar Gupta-Goh
- amrendra kumar suman -Sasaram
- Amit Kumar- Guruaa
- Alakhdev pd- Achal- Daudnagar
7daysbihar.ning.com
GAYA KA VISHNUPAD MANDIR
Friday, May 28, 2010
यह है ‘पाटलिपुत्र करूणा स्तूप’
7DAYS PATNA
यह स्तूप पाटलिपुत्र करूणा स्तूप के रूप में जाना जायेगा। मैंने इसका नाम बौद्ध धर्म में व्याप्त महाकरूणा के तथ्य को ध्यान में रखते हुए रखा’। तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा ने बृहस्पतिवार को बुद्ध स्मृति पार्क में बने दो सौ फीट ऊंचे शांति स्तूप का नामकरण करते हुए कहा कि समस्त धर्मों में करूणा और दया की बात होती है। बौद्ध धर्म में तो महाकरूणा की बात कही गयी है। पुरावशेष स्थापित करने के बाद परिसर स्थित संग्रहालय में आयोजित उद्घाटन समारोह में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आग्रह पर उन्होंने स्तूप का नामकरण करते हुए पाटलिपुत्र करूणा स्तूप रखा। उद्घाटन के बाद अतिथियों ने परिक्रमा स्तूप का अवलोकन किया। बुलेट प्रूफ शीशे के अंदर रखे पुरावशेषों को देख लोगों की आंखों में भक्तिभाव स्पष्ट रूप से नजर आ रहा था। सकुर्लर रास्ते से परिक्रमा स्तूप तक ऊपर जाते लोग उसकी खूबसूरती को निहारते रहे। स्तूप के चारों तरफ बने वाटर बॉडी में स्तूप का प्रतिबिंब उभर कर आ रहा था। पुराने बांकीपुर जेल को तोड़कर बाईस एकड़ भूभाग में एक सौ पच्चीस करोड़ की लागत से बने बुद्ध स्मृति पार्क में दो सौ फीट ऊंचे शांति स्तूप के साथ ध्यान केन्द्र के साठ कमरे बने हैं जहां लोग शांति के पल की चाहत में बड़े इत्मीनान से एकाग्रचित्त होंगे। संग्रहालय में बुद्ध और बौद्धकला एवं दर्शन को उसकी संपूर्णता में प्रदर्शित करने के उद्देश्य से पुरावशेषों, कलाकृतियों, त्रिआयामी मॉडल, चित्र के ब्लो-अप, मल्टीमीडिया प्रजेंटेशन जैसे आधुनिक तकनीक का उपयोग किया जायेगा।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment