7DAYS, PATNA
पिछले साल झारखंड के विधानसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद पार्टी राष्ट्रीय दल का अपना दर्जा खो सकती है। लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल :राजद: बिहार में अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले एक और चुनौती का सामना कर रही है। चुनाव आयोग इस मामले पर फैसले के लिए जुलाई में सुनवाई करेगा। चुनाव में राजद के प्रदर्शन के बाद चुनाव आयोग ने लालू को नोटिस जारी करते हुए कहा था कि क्यों न उनकी पार्टी को दिया राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा वापस ले लिया जाए। राजद पिछले पांच साल से प्रदेश और एक साल से केंद्र की सत्ता से बाहर है। पार्टी ने पिछली बार राम विलास पासवान की लोजपा के साथ आम चुनाव लड़ा था। चार या पांच प्रदेशों में फैली और प्रादेशिक पार्टी का दर्जा पाई कोई भी पार्टी राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा तब तक ही कायम रख सकती है, जब वह आगे के लोकसभा या विधानसभा चुनाव में भी अपनी स्थिति बनाए रखे। राजद को बिहार, झारखंड, मणिपुर और नगालैंड के चुनाव में अपने प्रदर्शन के बाद राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिया गया था। राजद को हालांकि पिछले साल झारखंड में पांच सीटें हासिल हुई थीं, लेकिन वह कुल वैध मतों में से न्यूनतम छह फीसदी मत भी हासिल नहीं कर सकी थी। बिहार पर लालू प्रसाद यादव ने 15 साल तक शासन किया है। बिहार में वर्ष 2005 में हुए विधानसभा चुनाव में जद (यू)-भाजपा गठबंधन सत्ता में आया, जिसके बाद नीतीश कुमार सत्ता में आए। उसके बाद से ही राजद के प्रदर्शन में गिरावट आई है। पिछले लोकसभा चुनाव में पार्टी को सिर्फ चार सीटें हासिल हुई थीं, जबकि इसके पहले के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने 24 सीटें हासिल की थीं। राजद अब संप्रग-दो से अलग हो गया है, हालांकि पार्टी कांग्रेस नीत गठबंधन को बाहर से समर्थन दे रही है।
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GAYA KA VISHNUPAD MANDIR
Sunday, June 20, 2010
अटूट है राष्ट्रीय जनता दल का गठबंधन रामविलास पासवान
patna
लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने शुक्रवार को कहा कि उनकी पार्टी और राष्ट्रीय जनता दल का गठबंधन अटूट है और यह बना रहेगा। बिहार से राज्य सभा के लिए द्विवार्षिक चुनाव में निर्वाचित होने के बाद पासवान ने कहा कि राज्यसभा चुनाव में उनकी जीत लोजपा राजद गठबंधन की जीत है। उन्होंने कहा कि गठबंधन बिहार में अगली सरकार बनाएगा। उन्होंने कहा कि देश के सर्वोच्च सदन में अब गरीबों, अकलियतों और अल्पसंख्यकों की आवाज नहीं दबेगी। लोजपा अध्यक्ष ने कहा कि बिहार के कुछ नेताओं ने राज्यसभा के चुनाव में पैसे का खेल करने की कोशिश की थी और इसीलिए एक उद्योगपति को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में खड़ा किया था लेकिन लोकतंत्र के हिमायती बिहार के विधायकों के सामने उनकी एक न चली। उन्होंने कहा कि दलीय नेताओं की जीत से यह साबित हो गया है कि लोकतंत्र में विश्वास रखने वालो को रूपयों के बल पर नहीं हिलाया जा सकता।
लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने शुक्रवार को कहा कि उनकी पार्टी और राष्ट्रीय जनता दल का गठबंधन अटूट है और यह बना रहेगा। बिहार से राज्य सभा के लिए द्विवार्षिक चुनाव में निर्वाचित होने के बाद पासवान ने कहा कि राज्यसभा चुनाव में उनकी जीत लोजपा राजद गठबंधन की जीत है। उन्होंने कहा कि गठबंधन बिहार में अगली सरकार बनाएगा। उन्होंने कहा कि देश के सर्वोच्च सदन में अब गरीबों, अकलियतों और अल्पसंख्यकों की आवाज नहीं दबेगी। लोजपा अध्यक्ष ने कहा कि बिहार के कुछ नेताओं ने राज्यसभा के चुनाव में पैसे का खेल करने की कोशिश की थी और इसीलिए एक उद्योगपति को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में खड़ा किया था लेकिन लोकतंत्र के हिमायती बिहार के विधायकों के सामने उनकी एक न चली। उन्होंने कहा कि दलीय नेताओं की जीत से यह साबित हो गया है कि लोकतंत्र में विश्वास रखने वालो को रूपयों के बल पर नहीं हिलाया जा सकता।
Saturday, June 19, 2010
नीतीश ने गुजरात को वापस किए पांच करोड़
पटना से कुमार मंगलम
लगता है की आने वाले विधान सभा चुनाव में भाजपा ka sath chhor hi dhenge.
विधानसभा चुनाव का समय जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे प्रदेश में भाजपा-जद-यू गठबंधन के बीच गांठ पर गांठ पड़नी शुरू हो गयी है। पिछले पखवारे भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के समय गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी तस्वीर वाले विज्ञापन से खफा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एलान किया था कि कोसी आपदा के वक्त गुजरात से पांच करोड़ की जो मदद आयी थी उसे वह वापस कर देंगे। मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य सरकार ने शनिवार को गुजरात से मिली पांच करोड़ की सहायता राशि वापस कर दी। आपदा प्रबंधन मंत्री देवेश चंद्र ठाकुर ने राशि वापस किए जाने की पुष्टि की है। प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता मुख्यमंत्री की इस पहल पर सन्न है| कोसी आपदा के समय सबसे पहले गुजरात सरकार की ओर से पांच करोड़ की सहायता मुख्यमंत्री राहत कोष में आयी थी। इसके अतिरिक्त कुछ राहत सामग्री भी गुजरात सरकार ने कोसी के बाढ़ पीड़ितों के लिए भेजी थी। उस वक्त इस सहायता के लिए मुख्यमंत्री ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार भी जताया था। पर पिछले पखवारे इस प्रकरण ने राजनीतिक रंग ले लिया और विवाद इतना गहराया कि भाजपा-जद-यू गठबंधन में गांठ पड़ गयी। विवाद उस विज्ञापन को लेकर शुरू हुआ जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हाथ मिलाते हुए दिखाया गया। विज्ञापन में कोसी बाढ़ के समय गुजरात से बिहार को मिली पांच करोड़ रुपये की सहायता को भी काफी प्रमुखता से लिखा गया था। पटना में आयोजित भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के समय यह विज्ञापन पांच अखबारों में प्रकाशित हुआ था। तस्वीर पंजाब में राजग की एक रैली की थी जिसमें नरेंद्र मोदी व नीतीश दोनों शामिल हुए थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस विज्ञापन से इतने खफा हुए कि उन्होंने सार्वजनिक रूप से इस विज्ञापन की आलोचना की। यहां तक कि विज्ञापन में अपनी तस्वीर के इस्तेमाल पर कानूनी कार्रवाई किए जाने तक की बात कही। भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी के प्रतिनिधियों को उन्हें रात्रि भोज देना था। रात्रि भोज को भी उन्होंने स्थगित कर दिया। इसके बाद यह मामला काफी गर्म था। अपने एलान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने गुजरात सरकार से आयी आर्थिक सहायता को वापस करवा दिया। मुख्यमंत्री का कहना है कि इस तरह की आपदा से अपने बूते जूझने को बिहार के लोग सक्षम हैं। आपदा प्रबंधन मंत्री देवेश चंद्र ठाकुर ने गुजरात सरकार को उनकी सहायता वापस किए जाने की पुष्टि की है। श्री ठाकुर ने इसके औचित्य पर कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री अपने संबोधनों में बार-बार बिहार को दी गयी इस सहायता का जिक्र कर रहे थे। इसलिए यह जरूरी हो गया था कि उन्हें उनकी राशि वापस कर दी जाये ताकि वह इस संबंध में कुछ नहीं बोलें। बिहार में भाजपा-जद-यू गठबंधन के संबंध में इस फैसले के असर से संबंधित एक प्रश्न के उत्तार में श्री ठाकुर ने कहा कि इसका कोई असर नहीं पड़ने वाला है। आपदा के समय गुजरात को बिहार से भी सहायता मिलने का इतिहास रहा है। जिस समय गुजरात के भुज में भूकंप से बड़े स्तर पर जान-माल की क्षति हुई थी उस वक्त बिहार में लालू प्रसाद की सरकार थी। उस समय बिहार से दस करोड़ रुपये की सहायता गुजरात को भेजी गयी थी। राज्य सरकार के दो मंत्री दस करोड़ रुपये का चेक लेकर गुजरात गये थे।
लगता है की आने वाले विधान सभा चुनाव में भाजपा ka sath chhor hi dhenge.
विधानसभा चुनाव का समय जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे प्रदेश में भाजपा-जद-यू गठबंधन के बीच गांठ पर गांठ पड़नी शुरू हो गयी है। पिछले पखवारे भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के समय गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी तस्वीर वाले विज्ञापन से खफा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एलान किया था कि कोसी आपदा के वक्त गुजरात से पांच करोड़ की जो मदद आयी थी उसे वह वापस कर देंगे। मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य सरकार ने शनिवार को गुजरात से मिली पांच करोड़ की सहायता राशि वापस कर दी। आपदा प्रबंधन मंत्री देवेश चंद्र ठाकुर ने राशि वापस किए जाने की पुष्टि की है। प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता मुख्यमंत्री की इस पहल पर सन्न है| कोसी आपदा के समय सबसे पहले गुजरात सरकार की ओर से पांच करोड़ की सहायता मुख्यमंत्री राहत कोष में आयी थी। इसके अतिरिक्त कुछ राहत सामग्री भी गुजरात सरकार ने कोसी के बाढ़ पीड़ितों के लिए भेजी थी। उस वक्त इस सहायता के लिए मुख्यमंत्री ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार भी जताया था। पर पिछले पखवारे इस प्रकरण ने राजनीतिक रंग ले लिया और विवाद इतना गहराया कि भाजपा-जद-यू गठबंधन में गांठ पड़ गयी। विवाद उस विज्ञापन को लेकर शुरू हुआ जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हाथ मिलाते हुए दिखाया गया। विज्ञापन में कोसी बाढ़ के समय गुजरात से बिहार को मिली पांच करोड़ रुपये की सहायता को भी काफी प्रमुखता से लिखा गया था। पटना में आयोजित भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के समय यह विज्ञापन पांच अखबारों में प्रकाशित हुआ था। तस्वीर पंजाब में राजग की एक रैली की थी जिसमें नरेंद्र मोदी व नीतीश दोनों शामिल हुए थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस विज्ञापन से इतने खफा हुए कि उन्होंने सार्वजनिक रूप से इस विज्ञापन की आलोचना की। यहां तक कि विज्ञापन में अपनी तस्वीर के इस्तेमाल पर कानूनी कार्रवाई किए जाने तक की बात कही। भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी के प्रतिनिधियों को उन्हें रात्रि भोज देना था। रात्रि भोज को भी उन्होंने स्थगित कर दिया। इसके बाद यह मामला काफी गर्म था। अपने एलान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने गुजरात सरकार से आयी आर्थिक सहायता को वापस करवा दिया। मुख्यमंत्री का कहना है कि इस तरह की आपदा से अपने बूते जूझने को बिहार के लोग सक्षम हैं। आपदा प्रबंधन मंत्री देवेश चंद्र ठाकुर ने गुजरात सरकार को उनकी सहायता वापस किए जाने की पुष्टि की है। श्री ठाकुर ने इसके औचित्य पर कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री अपने संबोधनों में बार-बार बिहार को दी गयी इस सहायता का जिक्र कर रहे थे। इसलिए यह जरूरी हो गया था कि उन्हें उनकी राशि वापस कर दी जाये ताकि वह इस संबंध में कुछ नहीं बोलें। बिहार में भाजपा-जद-यू गठबंधन के संबंध में इस फैसले के असर से संबंधित एक प्रश्न के उत्तार में श्री ठाकुर ने कहा कि इसका कोई असर नहीं पड़ने वाला है। आपदा के समय गुजरात को बिहार से भी सहायता मिलने का इतिहास रहा है। जिस समय गुजरात के भुज में भूकंप से बड़े स्तर पर जान-माल की क्षति हुई थी उस वक्त बिहार में लालू प्रसाद की सरकार थी। उस समय बिहार से दस करोड़ रुपये की सहायता गुजरात को भेजी गयी थी। राज्य सरकार के दो मंत्री दस करोड़ रुपये का चेक लेकर गुजरात गये थे।
Saturday, June 12, 2010
पूर्व सांसद आलोक मेहता को युवा राजद की फिर जिम्मेदारी
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद आलोक कुमार मेहता को एक बार फिर से युवा राष्ट्रीय जनता दल की जिम्मेदारी सौंपी गई है। राजद के प्रधान महासचिव रामकृपाल यादव ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने मेहता को दूसरी बार युवा राष्ट्रीय जनता दल का राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोनित किया है। उन्होंने बताया कि मेहता को युवा राजद की राष्ट्रीय समिति के जल्द गठन करने का पार्टी अध्यक्ष ने निर्देश दिया है। प्रधान महासचिव ने बताया कि इस माह चार जून को पार्टी के प्रदेश कार्यालय में हुई घटना के बाद यादव ने युवा राजद की राष्ट्रीय और बिहार समिति को भंग कर दिया था।
भाजपा अलग पहचान बनाए रखेगी: गडकरी
7Days, Patna
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा है कि उनकी पार्टी को समाज के हर तबके का समर्थन प्राप्त है और वह आगे भी अपनी अलग पहचान बनाए रखेगी। पटना में चल रही पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में गडकरी ने शनिवार को कहा, ''पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद मैंने देश के कई हिस्सों का दौरा किया। इस दौरान मैंने न सिर्फ पार्टी कार्यकर्ताओं बल्कि अन्य लोगों से भी मुलाकात की। हमे समाज के हर तबके का समर्थन प्राप्त है। सब चाहते हैं कि हम अपनी पहचान बनाए रखें और हम ऐसा करेंगे।'' केंद्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग)सरकार पर निशाना साधते हुए गडकरी ने कहा, ''आज केंद्र में कुशासन है। इसके खिलाफ हमें आवाज बुलंद करनी होगी। हमें इस संघर्ष के लिए खुद करना होगा।'' गौरतलब है कि पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक पटना के प्रसिद्घ पांच सितारा होटल मौर्य में शनिवार को आरंभ हुई।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा है कि उनकी पार्टी को समाज के हर तबके का समर्थन प्राप्त है और वह आगे भी अपनी अलग पहचान बनाए रखेगी। पटना में चल रही पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में गडकरी ने शनिवार को कहा, ''पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद मैंने देश के कई हिस्सों का दौरा किया। इस दौरान मैंने न सिर्फ पार्टी कार्यकर्ताओं बल्कि अन्य लोगों से भी मुलाकात की। हमे समाज के हर तबके का समर्थन प्राप्त है। सब चाहते हैं कि हम अपनी पहचान बनाए रखें और हम ऐसा करेंगे।'' केंद्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग)सरकार पर निशाना साधते हुए गडकरी ने कहा, ''आज केंद्र में कुशासन है। इसके खिलाफ हमें आवाज बुलंद करनी होगी। हमें इस संघर्ष के लिए खुद करना होगा।'' गौरतलब है कि पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक पटना के प्रसिद्घ पांच सितारा होटल मौर्य में शनिवार को आरंभ हुई।
भाजपा-जदयू के रिश्तों में गहरी दरार
Kumar Manglam from Patna
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा सहयोगी दल भाजपा के प्रमुख नेता एवं गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर खुला और तीखा प्रहार करने के बाद इस बात के साफ संकेत नजर आ रहे हैं कि दोनों दलों में बड़ी दरार पड़ चुकी है और इस साल अक्टूबर में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियां अलग-अलग रास्ते पर चलेंगी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा मोदी के विज्ञापनों पर निशाना बनाए जाने और भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी के प्रतिनिधियों के लिए रात्रि भोज को रद्द करने के बाद भाजपा के नेताओं ने अनौपचारिक बातचीत में स्वीकार किया हम लड़ाई हार चुके हैं और साथ मिलकर चुनाव लड़ने के रास्ते बंद हो चुके हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने अपना नाम न बताने की शर्त पर कहा कि नीतीश मोदी के विज्ञापनों को बहाना बनाकर जिस हद तक भाजपा के खिलाफ प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं उससे साफ है कि उनके इरादे कुछ और हैं। उन्होंने नीतीश पर विवेकहीनता की हद तक चले जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री अतिआत्मविश्वास का शिकार हो चुके हैं और वे इस गलतफहमी में हैं कि भाजपा के बिना चुनाव जीत सकते हैं और इसके लिए वह यह दुस्साहस दिखा रहे हैं। इन नेताओं का कहना है कि नीतीश इस गलतफहमी में भी हैं कि मोदी को निशाना बनाने से राज्य के लगभग 16 फीसदी मुस्लिम मतदाताओं के बल पर भाजपा के बिना उनकी चुनावी नैया पार लग जाएगी। उन्हें यह भी खुशफहमी है कि महिलाओं को स्थानीय निकाय और पंचायतों में 50 फीसदी आरक्षण देकर और अनुसूचित जाति में शामिल 23 जातियों को महादलितों की जमात में शामिल करके उन्होंने बहुत बड़ा तीर मार लिया है और अब मोदी को निशाना बनाकर मुसलमानों, महिलाओं और महादलितों के बल पर तथा भाजपा के बिना वह अक्टूबर तक होने जा रहे चुनाव में जीतकर फिर से सत्ता में आ जाएंगे। भाजपा के सूत्रों ने यह भी संकेत दिया कि दोनों दलों में अलग-अलग रास्ता चुनने की घोषणा मात्र औपचारिकता रह गई है और आज से शुरू हुई भाजपा की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान ही या उसके कुछ दिन बाद दोनों के तलाक होने की घोषणा हो सकती है। भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक की आज शुरूआत ही बड़ी खराब हुई, जब न सिर्फ राज्य में प्रमुख सहयोगी दल जदयू के नेता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उसे खरी-खोटी सुनाते हुए उसके प्रतिनिधियों के लिए भोज तक को रद्द कर दिया बल्कि पार्टी के कई प्रमुख नेता ने भी पार्टी को चलाए जाने के ढंग को खुली चुनौती दी। नीतीश ने बिहार के अखबारों में आज मोदी के साथ खुद की तस्वीर छपे विज्ञापनों पर आग बबूला होते हुए न सिर्फ कानूनी कार्रवाई की धमकी दी बल्कि कार्यकारिणी सदस्यों के सम्मान में दिए रात्रि भोज तक को रद्द करके भाजपा को सकते में डाल दिया। सहयोगी दल के इस अप्रत्याशित रवैये के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता शत्रुध्न सिन्हा ने रही सही कसर पूरी कर दी। उन्होंने पार्टी की ओर से कल आयोजित स्वाभिमान रैली में हिस्सा नहीं लेने का ऐलान करते हुए कहा कि सच कहूं तो पार्टी को जिस तरह चलाया जा रहा है, मैं उससे चितिंत हूं। जसवंत सिंह, यशवंत सिन्हा, भुवन चंद्र खडूरी और अरुण शौरी को जिस तरह अचानक कोने में ढकेल दिया गया है, वह ठीक नहीं है।
Thursday, June 10, 2010
जिप उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित
औरंगाबाद समाहरणालय स्थित सभा कक्ष में गुरुवार को जिला परिषद उपाध्यक्ष संजय सोम के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के बाद मतदान हुआ। मतदान में 19 सदस्यों ने हिस्सा लिया। अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 16 एवं खिलाफ में 1 वोट पड़े। एक मत रद्द पाया गया। जिप उपाध्यक्ष सोम ने अपना वोट नहीं दिया। डीएम कुन्दन कुमार ने बताया कि वोटिंग निष्पक्षता से हुई जिस पर सभी सदस्यों ने सहमति जताया। जिप अध्यक्ष रूपा पासवान, पूर्व जिप अध्यक्ष पंकज कुमार, जिला पार्षद राधेश्याम, निर्मला देवी, अनिता देवी, दिग्विजय पासवान, रामानंदन पासवान, प्रफुल्ल सिंह, इंदू देवी, किरण देवी, सुशीला देवी, गया प्रजापति, अंजली देवी, सुरेश यादव, दिनेश राम, नरेश पाल ने वोटिंग में भाग लिया। 9 सदस्य वोटिंग में शामिल नहीं हो सके। वोटिंग को ले समाहरणालय में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। वोटिंग के पहले ही डीएम ने सभी सदस्यों का मोबाइल जब्त कर लिया था। वोटिंग के बाद सदस्यों को मोबाइल दिया गया। डीडीसी मो. सलीम, एसडीओ कुमार देवेन्द्र प्रोज्ज्वल उपस्थित थे।
अंत:सलिला फल्गु प्रदूषण व गंदगी से पूरी तरह मुक्त किया जाएगा
गया । अंत:सलिला फल्गु नदी को प्रदूषण व गंदगी से पूरी तरह मुक्त रखा जाएगा। इसके लिए एशियन डेवलपमेंट बैंक द्वारा ब्रिटेन से भेजे गये जीएचके कंसलटेंसी के विशेषज्ञ जान ब्लाक सोमवार को यहां पहुंचे। श्री ब्लाक ने वाटर सप्लाई व सिवरेज एंड ड्रेनेज विशेषज्ञ के साथ रहे म्युनिसपल इंजीनियर पी. भट्टाचार्य, वित्त विशेषज्ञ कृष्णन, गया नगर निगम के आयुक्त राय मदन किशोर, कार्यपालक अभियंता रमारमण सिंह, जल पर्षद के कार्यपालक अभियंता अशोक सिंह, राजस्व पदाधिकारी विजय कुमार झा तथा सहायक अभियंता शैलेन्द्र कुमार सिन्हा के साथ भावी योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की। इसके बाद दल ने कुजापी, इकबाल नगर, विष्णुपद श्मसान घाट के पास मधुश्रवा नाले के आसपास के क्षेत्रों का सर्वेक्षण किया। निगम में बैठक के दौरान डीएचके विशेषज्ञ जान ब्लाक ने 'जागरण' को अपनी प्लानिंग की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास है कि बड़े नालों का गंदा पानी पवित्र फल्गु नदी में न गिरे। और यह प्रदूषण से मुक्त रहे। उनकी यहां के चार बड़े भूगर्भ नालों के पास सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी)स्थापित किए जाने की योजना है। इसके पहले उन्होंने शहर में स्थापित जलापूर्ति केन्द्रों में लगे मोटरों व उनकी पानी उगलने की क्षमता का आंकलन किया। इस संबंध में नगर आयुक्त राय मदन किशोर ने बताया कि एशियन डेवलपमेंट बैंक की शहर में चार जगहों पर सिवरेट ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की योजना है। दल में शामिल विशेषज्ञों का मानना था कि इन प्लांटों से पूर्व यहां कई स्थानों पर भारी क्षमता के जलापूर्ति केन्द्र स्थापित किये जाएंगे। ऐसे में शहर के नालों में पानी का बहाव स्वभाविक रूप से बढ़ जाएगा। जो फल्गु नदी में जाकर गिरेगा। यह गंदा पानी नदी में गिरने से पहले ही स्वच्छ किया जाएगा। ताकि फल्गु नदी प्रदूषित न हो।
नक्सलियों ने पांच वाहन फूंके
R.K.TRIVEDI
गया/टिकारी (गया) । प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी) के प्रतिद्वंद्वी सशस्त्र पीपुल्स मोर्चा (एसपीएम) के हथियारबंद दस्ते ने बुधवार की रात टिकारी थाने के पंचानपुर पुलिस ओपी से महज कुछ दूरी पर स्थित बिजेन्द्र कंस्ट्रक्शन कंपनी के कैम्प कार्यालय पर धावा बोल 3 डंपर, 1 हाइवा और 1 मोटरसाइकिल को फूंकदिया। हमलावरों ने 10 मोबाइल फोन सेट और 50 हजार रुपये नकदी लूटने के बाद कैम्प कार्यालय में रखे डीजल तेल और 6 ड्रम कोलतार को भी आग के हवाले कर दिया। घटना को अंजाम देने के बाद हमलावर पश्चिम दिशा की ओर मोरहर नदी से फरार हो गये। घटना की जिम्मेदारी लेते हुए एसपीएम के बिहार प्रभारी अजय उज्ज्वल ने कहा कि 3 प्रतिशत लेवी न देने के कारण वारदात को अंजाम दिया गया। टिकारी एसडीपीओ मदन मोहन पांडे ने बताया कि घटना स्थल से एसपीएम के दो पर्चे बरामद हुए है। पर्चे पर एमसीसी मुर्दाबाद और एसपीएम जिंदाबाद के नारे लिखे हैं। एसडीपीओ श्री पांडे ने कहा कि अज्ञात हमलावरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है।
गया/टिकारी (गया) । प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी) के प्रतिद्वंद्वी सशस्त्र पीपुल्स मोर्चा (एसपीएम) के हथियारबंद दस्ते ने बुधवार की रात टिकारी थाने के पंचानपुर पुलिस ओपी से महज कुछ दूरी पर स्थित बिजेन्द्र कंस्ट्रक्शन कंपनी के कैम्प कार्यालय पर धावा बोल 3 डंपर, 1 हाइवा और 1 मोटरसाइकिल को फूंकदिया। हमलावरों ने 10 मोबाइल फोन सेट और 50 हजार रुपये नकदी लूटने के बाद कैम्प कार्यालय में रखे डीजल तेल और 6 ड्रम कोलतार को भी आग के हवाले कर दिया। घटना को अंजाम देने के बाद हमलावर पश्चिम दिशा की ओर मोरहर नदी से फरार हो गये। घटना की जिम्मेदारी लेते हुए एसपीएम के बिहार प्रभारी अजय उज्ज्वल ने कहा कि 3 प्रतिशत लेवी न देने के कारण वारदात को अंजाम दिया गया। टिकारी एसडीपीओ मदन मोहन पांडे ने बताया कि घटना स्थल से एसपीएम के दो पर्चे बरामद हुए है। पर्चे पर एमसीसी मुर्दाबाद और एसपीएम जिंदाबाद के नारे लिखे हैं। एसडीपीओ श्री पांडे ने कहा कि अज्ञात हमलावरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है।
माओवादी के आधार वाले क्षेत्र में एसपीएम की चुनौती
R.K.TRIVEDI
टिकारी / गया । सड़क निर्माण कार्य कर रही बी.के. बिल्डर्स प्रा. लि. कंपनी के गया-गोह मार्ग पर पंचानपुर के लखीबाग स्थित मिक्सिंग प्लांट पर नक्सली संगठन एसपीएम का हमला एवं 3 डम्फर, 1 हाइवा एवं मोटरसाइकिल को जला देने की घटना, अनुमंडल प्रशासन तथा पूर्व से सक्रिय भाकपा माओवादी दोनों के लिए एक जबरदस्त चुनौती है। लेवी वसूलने, अपनी धमकाकेदार उपस्थिति दर्ज करने एवं क्षेत्र में दहशत पैदा करने के लिए एसपीएम के बिहार प्रभारी अजय उज्जवल ने अपने नेतृत्व में उक्त घटना को अंजाम दिया है। इस घटना के बाद सड़क, पुल, नहर आदि बड़े निर्माण कार्य में लगी कंस्ट्रक्शन कंपनियों के मालिकों में हड़कंप मच गया है एवं दहशतजदा है।
एमसीसी के आधार एवं वर्चस्व वाले क्षेत्र में इस संगठन के विरोध एवं विनाश के लिए टूटकर बनी सशस्त्र पीपुल्स मोर्चा एसपीएम की यह कार्रवाई एमसीसी के लिए एक चुनौती माना जा रहा है। वहीं अब तक एमसीसी एवं आरसीसी जैसे नक्सली संगठन तथा रणवीर सेना नामक उग्रवादी संगठन जानने वाली स्थानीय पुलिस एसपीएम से बिल्कुल अपरिचित एवं अनभिज्ञ है। ऐसी परिस्थिति में घटना के हमलावरों को चिह्नित करना एवं दोषी लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस के लिए एक कठिन चुनौती होगी। घटना को अंजाम देने वाली एसपीएम द्वारा घटना स्थल पर छोड़े गये दो हस्तलिखित पर्चे पर गौर करें तो क्षेत्र में पूर्व से सक्रिय एमसीसी की मुश्किलें बढ़ने वाली है। पर्चा में 'भाकपा माओवादी मुर्दाबाद', 'भाकपा माओवादी एक विदेशी संगठन' है। बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ के जनता जागो, भाकपा माओवादी निर्दोष जनता की हत्या बंद करो। भाकपा माओवादी को मार भगाओ जैसे ललकारने वाली बात के साथ अंत में 'भाकपा माओवादी से लड़ने के लिए हमारी एसपीएम के बिहार प्रभारी अजय उज्जवल ने 7dsys को बताया कि संगठन लोगों की समस्या का समाधान करेगी।' अब निर्दोष जनता को कोई नक्सली संगठन सताएगी तो जवाब दिया जायेगा।
टिकारी / गया । सड़क निर्माण कार्य कर रही बी.के. बिल्डर्स प्रा. लि. कंपनी के गया-गोह मार्ग पर पंचानपुर के लखीबाग स्थित मिक्सिंग प्लांट पर नक्सली संगठन एसपीएम का हमला एवं 3 डम्फर, 1 हाइवा एवं मोटरसाइकिल को जला देने की घटना, अनुमंडल प्रशासन तथा पूर्व से सक्रिय भाकपा माओवादी दोनों के लिए एक जबरदस्त चुनौती है। लेवी वसूलने, अपनी धमकाकेदार उपस्थिति दर्ज करने एवं क्षेत्र में दहशत पैदा करने के लिए एसपीएम के बिहार प्रभारी अजय उज्जवल ने अपने नेतृत्व में उक्त घटना को अंजाम दिया है। इस घटना के बाद सड़क, पुल, नहर आदि बड़े निर्माण कार्य में लगी कंस्ट्रक्शन कंपनियों के मालिकों में हड़कंप मच गया है एवं दहशतजदा है।
एमसीसी के आधार एवं वर्चस्व वाले क्षेत्र में इस संगठन के विरोध एवं विनाश के लिए टूटकर बनी सशस्त्र पीपुल्स मोर्चा एसपीएम की यह कार्रवाई एमसीसी के लिए एक चुनौती माना जा रहा है। वहीं अब तक एमसीसी एवं आरसीसी जैसे नक्सली संगठन तथा रणवीर सेना नामक उग्रवादी संगठन जानने वाली स्थानीय पुलिस एसपीएम से बिल्कुल अपरिचित एवं अनभिज्ञ है। ऐसी परिस्थिति में घटना के हमलावरों को चिह्नित करना एवं दोषी लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस के लिए एक कठिन चुनौती होगी। घटना को अंजाम देने वाली एसपीएम द्वारा घटना स्थल पर छोड़े गये दो हस्तलिखित पर्चे पर गौर करें तो क्षेत्र में पूर्व से सक्रिय एमसीसी की मुश्किलें बढ़ने वाली है। पर्चा में 'भाकपा माओवादी मुर्दाबाद', 'भाकपा माओवादी एक विदेशी संगठन' है। बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ के जनता जागो, भाकपा माओवादी निर्दोष जनता की हत्या बंद करो। भाकपा माओवादी को मार भगाओ जैसे ललकारने वाली बात के साथ अंत में 'भाकपा माओवादी से लड़ने के लिए हमारी एसपीएम के बिहार प्रभारी अजय उज्जवल ने 7dsys को बताया कि संगठन लोगों की समस्या का समाधान करेगी।' अब निर्दोष जनता को कोई नक्सली संगठन सताएगी तो जवाब दिया जायेगा।
Wednesday, June 9, 2010
कौलेश्वर यादव राजद के छठी बार जिलाध्यक्ष बने
औरंगाबाद/गोह राजद के प्रदेश अध्यक्ष अब्दुल बारी सिद्दकी ने कौलेश्वर यादव को जिलाध्यक्ष मनोनीत किया है। कौलेश्वर छठी बार पार्टी के जिलाध्यक्ष बने है। कौलेश्वर के जिलाध्यक्ष बनने से पार्टी कार्यकर्ता उत्साहित है। बधाई देते हुए पार्टी नेता रवीन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि कौलेश्वर के अध्यक्ष बनने से गांव स्तर पर संगठन मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि संगठन चलाना कोई उनसे सीखे। रवीन्द्र ने कहा कि कौलेश्वर यादव के कार्यकाल में पार्टी जिले में मजबूत हुआ है। जिला उपाध्यक्ष सुबोध कुमार सिंह, यूसुफ आजाद अंसारी, कुमारी गोदावरी, मकबुल आलम, उदय कुमार भारतीय, संजय यादव ने बधाई दी है। सुबोध ने कहा कि कौलेश्वर जिले में राजद का रीढ़ है। गोह संवाददाता के अनुसार कौलेश्वर के अध्यक्ष बनने पर नेताओं ने खुशी व्यक्त किया है। प्रखंड अध्यक्ष चन्द्रशेखर आजाद, पूर्व मुखिया नंदलाल यादव, रामजी पासवान, घनश्याम चन्द्रवंशी, मुकेश कुशवाहा, मंटू यादव, गब्बर ने बधाई दी है। बता दें कि औरंगाबाद में जिलाध्यक्ष पद को ले राजद में विवाद चल रहा था।
Tuesday, June 8, 2010
थाना परिसर में हुई शादी
टिकारी । टिकारी पुलिस प्रशासन ने पहल पर विवाह से पूर्व वर एवं कन्या पक्ष के बीच बिगड़ चुके रिश्ता को सामान्य बनाय गया। थाना परिसर स्थित शिव मंदिर में दोनों पक्षों की उपिस्थति में शादी रचायी गयी। उक्त वाक्या सोमवार को है। इस संबंध में थानाध्यक्ष सुभाष चंद्र प्रसाद ने बताया कि कुर्था थाना के चनौखर गांव के निवासी चंद्रदेव पासवान अपनी लड़की की शादी टिकारी थाना के बेनीपुर गांव के निवासी कारू पासवान के पुत्र शत्रुघ्न पासवान से तय थी। दोनों पक्षों के बीच तय कार्यक्रम एवं तिथि के अनुसार रविवार को सिमुआरा शिव मंदिर परिसर में वैवाहिक कार्यक्रम विधिवत संपन्न हो रहा था। चौका पूजन से कन्या दान तक की विधि समाप्त हो चुकी थी। इसी बीच वर पक्ष के कुछ मनचले युवकों द्वारा फोटो खिचने के दौरान की गयी गलत हरकत के कारण विवाद हो गया और दूल्हा सहित वर पक्ष शादी मंडप से बिना शादी संपन्न हुए फरार हो गये। उक्त घटना की टिकारी पुलिस से लड़की के पिता ने शिकायत की। थानाध्यक्ष श्री प्रसाद ने पहल कर लड़का और उसके पिता सहित परिवार वालों को बुलाया और शादी के लिए पुन: राजी कराया। इसके बाद वर एवं कन्या पक्ष के अभिभावकों की उपस्थिति में थाना परिसर में ही दोहपर में वैदिक रीति रिवाज से शादी संपन्न करायी गयी। थानाध्यक्ष सहित अन्य पुलिसकर्मी इसके साक्षी बने और शत्रुघ्न पासवान एवं शांति कुमारी एक दूसरे के हो गये।
जदयू एमएलसी ने नीतीश के खिलाफ खोला मोर्चा
छपरा। बिहार विधान परिषद में जनता दल (यू) से सदस्य सलीम परवेज ने मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ओवर कान्फिडेंस में निरंकुश हो गए हैं। वे मुसलमानों का हक मारकर ब्यूरोक्रेसी को रेवड़ियां बांट रहे हैं। उन्होंने कहा कि छपरा में आगामी एक जुलाई को मंडलीय मुस्लिम महापंचायत बुलाई गई है। उसमें बिहार में अकलियत की स्थिति पर चर्चा की जाएगी। मुख्यमंत्री पर मुस्लिम समुदाय की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए विधान परिषद सदस्य ने कहा कि अन्य राजनीतिज्ञों की तरह वे भी मुसलमानों को सिर्फ सुनहरे ख्वाब दिखा रहे हैं। अकलियत के लिए उनकी नीयत व नीति साफ नहीं है। अब समय आ गया है कि हम अपने हक व हुकूक मांगकर नहीं बल्कि लड़कर हासिल करें।
Sunday, June 6, 2010
जेल से भागने की फिराक में है प्रमुख नक्सली
SHYAKUDDIN
GAYA
जेल से भागने की फिराक में है प्रमुख नक्सली औरंगाबाद मंडल कारा औरंगाबाद में दो दर्जन कुख्यात नक्सली समेत 52 भाकपा माओवादी सदस्य बंद हैं। जेल में माओवादियों के 'थिंकटैक' प्रमोद मिश्रा उर्फ बनबिहारी जी बंद हैं, जिस कारण नक्सली कभी भी जेल पर हमला कर सकते है। जेल प्रशासन को सूचना मिली है कि न्यायालय में पेशी के दौरान प्रमुख नक्सली भाग सकते है। सशस्त्र माओवादी नक्सली सुरक्षा बल पर हमला कर उन्हे छुड़ा ले जा सकते है। सूचना के बाद जेल की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। जेल के अंदर एवं बाहर बीएमपी जवानों के साथ सैप, जिला पुलिस बल, जेल गार्ड एवं होमगार्ड के जवानों को लगाया गया है। बताया जाता है कि 16/4 बीएमपी तैनात किए गए है। इसके अलावा 25 जेल गार्ड, 20 होमगार्ड, पांच सैप एवं पांच जिला पुलिस बल के जवान तैनात किए गए है। जेल के बाहर सैप जवानों की तैनाती की गई है। न्यायालय के समय जेल रोड पुलिस छावनी में तब्दील हो जाता है। दो दिनों से जेल रोड में पुलिस की विशेष गश्ती बढ़ाई गई है। क्लब रोड में भी सैप जवानों को तैनात किया गया है। जेल सुरक्षा का जायजा डीएसपी एवं नगर थानाध्यक्ष लगातार ले रहे है। पूछे जाने पर जेलर रामचन्द्र महतो ने बताया कि जेल में प्रमोद मिश्रा के अलावा रामाशीष रविदास उर्फ धर्मेन्द्र, सूबेदार यादव, सीताराम भुईया, विजय कुमार वर्मा, शंभू यादव, वीरेन्द्र कौशिक उर्फ वीरेन्द्र, विजय सिंह उर्फ बादल, भूपेन्द्र रजक, कंचन यादव, ललन पासवान, दिल्लू यादव, रमेश यादव, सुरेश कुमार, राकेश यादव उर्फ रितेश यादव, रवीन्द्र मेहता, रामनारायण पासवान, राजेश्वर महतो, नंददेव पासवान, बीरबल पासवान, अखिलेश राम समेत 52 प्रमुख माओवादी नक्सली बंद है। उन्होंने बताया कि प्रमोद का ट्रायल 11 नक्सली मामलों में हो रही है। नक्सली आंदोलन के प्रमुख नेता रहे प्रमोद मिश्रा माओवादी के थिंकटैक के नाम से प्रख्यात है। वीरेन्द्र कौशिक उर्फ वीरेन्द्र का ट्रायल 16, रामाशीष रविदास उर्फ धर्मेन्द्र का 7 एवं सूबेदार यादव का 23 मामलों में चल रहा है। मंगलवार को ट्रायल के लिए नक्सलियों को न्यायालय में पेश होनी थी, परंतु न्यायाधीश के छुट्टी पर होने के कारण पेशी नहीं हो सकी। जेल से न्यायालय में नक्सलियों की पेशी के लिए सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए है।
GAYA
जेल से भागने की फिराक में है प्रमुख नक्सली औरंगाबाद मंडल कारा औरंगाबाद में दो दर्जन कुख्यात नक्सली समेत 52 भाकपा माओवादी सदस्य बंद हैं। जेल में माओवादियों के 'थिंकटैक' प्रमोद मिश्रा उर्फ बनबिहारी जी बंद हैं, जिस कारण नक्सली कभी भी जेल पर हमला कर सकते है। जेल प्रशासन को सूचना मिली है कि न्यायालय में पेशी के दौरान प्रमुख नक्सली भाग सकते है। सशस्त्र माओवादी नक्सली सुरक्षा बल पर हमला कर उन्हे छुड़ा ले जा सकते है। सूचना के बाद जेल की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। जेल के अंदर एवं बाहर बीएमपी जवानों के साथ सैप, जिला पुलिस बल, जेल गार्ड एवं होमगार्ड के जवानों को लगाया गया है। बताया जाता है कि 16/4 बीएमपी तैनात किए गए है। इसके अलावा 25 जेल गार्ड, 20 होमगार्ड, पांच सैप एवं पांच जिला पुलिस बल के जवान तैनात किए गए है। जेल के बाहर सैप जवानों की तैनाती की गई है। न्यायालय के समय जेल रोड पुलिस छावनी में तब्दील हो जाता है। दो दिनों से जेल रोड में पुलिस की विशेष गश्ती बढ़ाई गई है। क्लब रोड में भी सैप जवानों को तैनात किया गया है। जेल सुरक्षा का जायजा डीएसपी एवं नगर थानाध्यक्ष लगातार ले रहे है। पूछे जाने पर जेलर रामचन्द्र महतो ने बताया कि जेल में प्रमोद मिश्रा के अलावा रामाशीष रविदास उर्फ धर्मेन्द्र, सूबेदार यादव, सीताराम भुईया, विजय कुमार वर्मा, शंभू यादव, वीरेन्द्र कौशिक उर्फ वीरेन्द्र, विजय सिंह उर्फ बादल, भूपेन्द्र रजक, कंचन यादव, ललन पासवान, दिल्लू यादव, रमेश यादव, सुरेश कुमार, राकेश यादव उर्फ रितेश यादव, रवीन्द्र मेहता, रामनारायण पासवान, राजेश्वर महतो, नंददेव पासवान, बीरबल पासवान, अखिलेश राम समेत 52 प्रमुख माओवादी नक्सली बंद है। उन्होंने बताया कि प्रमोद का ट्रायल 11 नक्सली मामलों में हो रही है। नक्सली आंदोलन के प्रमुख नेता रहे प्रमोद मिश्रा माओवादी के थिंकटैक के नाम से प्रख्यात है। वीरेन्द्र कौशिक उर्फ वीरेन्द्र का ट्रायल 16, रामाशीष रविदास उर्फ धर्मेन्द्र का 7 एवं सूबेदार यादव का 23 मामलों में चल रहा है। मंगलवार को ट्रायल के लिए नक्सलियों को न्यायालय में पेश होनी थी, परंतु न्यायाधीश के छुट्टी पर होने के कारण पेशी नहीं हो सकी। जेल से न्यायालय में नक्सलियों की पेशी के लिए सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए है।
स्वाभिमान रैली को ले जिला भाजपा में घमासान मचा
DINESH PATHAK
औरंगाबाद पटना के गांधी मैदान में 13 जून को आयोजित स्वाभिमान रैली को ले जिला भाजपा में घमासान मचा है। गुटों में बंटे नेताओं ने रैली की तैयारी को ले दो जगहों पर बैठक की है। गुरुवार को पार्टी जिलाध्यक्ष रामानुज पाण्डेय के आवास पर बैठक हुई। बैठक में स्वाभिमान रैली सफल बनाने का आह्वान किया गया। नौ जून तक मंडलों में पंचायत स्तर तक अध्यक्षों एवं कार्यकर्ताओं की बैठक करने का निर्णय लिया गया। अंत में संयोजक एवं प्रखंड प्रभारी के नामों की घोषणा की गई। जिलाध्यक्ष द्वारा जारी सूची के अनुसार देव प्रखंड के संयोजक राजेन्द्र गुप्ता एवं प्रभारी प्रो. रमेश प्रसाद सिंह बनाए गए हैं। मदनपुर में कारु महतो संयोजक, सोहन चौरसिया प्रभारी, रफीगंज में रमेश सिंह संयोजक, इन्द्रदेव यादव प्रभारी, रफीगंज नगर संजय प्रसाद संयोजक, सुरेश शर्मा प्रभारी, हसपुरा में कुंदन पाण्डेय संयोजक, अनिल शर्मा प्रभारी, गोह में युगेश शर्मा संयोजक, संतोष दूबे प्रभारी, दाउदनगर प्रखंड में मुखिया राजकुमार शर्मा संयोजक, अशोक सिंह प्रभारी, दाउदनगर नगर में राजाराम प्रसाद संयोजक, राजेन्द्र पासवान प्रभारी, ओबरा में जितेन्द्र शर्मा संयोजक, अश्रि्वनी तिवारी प्रभारी, बारून में नागेश्वर सिंह संयोजक, विनय कुमार सिंह पप्पू प्रभारी, नवीनगर प्रखंड में रामचन्द्र सिंह संयोजक, नरेन्द्र सिंह प्रभारी, नवीनगर नगर में बैकुंठ नाथ त्रिपाठी संयोजक, राजकुमार सिंह प्रभारी, औरंगाबाद प्रखंड मे प्रभुनाथ सिंह संयोजक, शिवेन्द्र सिंह प्रभारी, औरंगाबाद नगर में अनिल गुप्ता प्रभारी, शैल देवी संयोजक एवं आलोक कुमार सिंह युवा संयोजक बनाए गए हैं। बैठक में पूर्व जिलाध्यक्ष कृष्ण बल्लभ प्रसाद सिंह उर्फ बबुआ जी, जिला संयोजक अरविंद कुमार सिंह, राजेन्द्र सिंह, सुरेश शर्मा, राजाराम चौधरी उपस्थित थे। शुक्रवार को समाहरणालय के पास स्थित पार्टी कार्यालय में क्षेत्रीय संगठन प्रभारी राधा मोहन शर्मा की उपस्थिति एवं उपाध्यक्ष दिग्विजय सिंह की अध्यक्षता में बैठक सम्पन्न हुई। उपाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह जिला संयोजक चुने गए। विजय कुमार गुप्ता औरंगाबाद नगर, रामरूप सिंह/राजू सिंह औरंगाबाद प्रखंड, धीरेन्द्र कुमार सिंह मदनपुर, केदार सिंह ओबरा, अश्रि्वनी तिवारी दाउदनगर नगर, सरयू सिंह दाउदनगर प्रखंड, वीरेन्द्र कुमार हसपुरा, भरत सिंह रफीगंज प्रखंड, संजय गुप्ता रफीगंज नगर, नंदकिशोर मेहता देव, बबन सिंह कुटुम्बा, उदय सिंह नवीनगर प्रखंड, बैकुण्ठ लाल त्रिपाठी नवीनगर नगर, धनंजय शर्मा बारून एवं अनिल शर्मा गोह के प्रभारी बनाए गए हैं। ओमप्रकाश सिंह प्रचार प्रमुख एवं पुरुषोत्तम कुमार सिंह को साधन प्रमुख का दायित्व सौंपा गया है। पूर्व जिलाध्यक्ष शिवानंद पाठक के निधन पर कार्यकर्ताओं ने दो मिनट का मौन रखा। दो जगहों पर हुई बैठक से यह साफ हो गया है कि जिला भाजपा में गुटबाजी सतह पर है।
औरंगाबाद पटना के गांधी मैदान में 13 जून को आयोजित स्वाभिमान रैली को ले जिला भाजपा में घमासान मचा है। गुटों में बंटे नेताओं ने रैली की तैयारी को ले दो जगहों पर बैठक की है। गुरुवार को पार्टी जिलाध्यक्ष रामानुज पाण्डेय के आवास पर बैठक हुई। बैठक में स्वाभिमान रैली सफल बनाने का आह्वान किया गया। नौ जून तक मंडलों में पंचायत स्तर तक अध्यक्षों एवं कार्यकर्ताओं की बैठक करने का निर्णय लिया गया। अंत में संयोजक एवं प्रखंड प्रभारी के नामों की घोषणा की गई। जिलाध्यक्ष द्वारा जारी सूची के अनुसार देव प्रखंड के संयोजक राजेन्द्र गुप्ता एवं प्रभारी प्रो. रमेश प्रसाद सिंह बनाए गए हैं। मदनपुर में कारु महतो संयोजक, सोहन चौरसिया प्रभारी, रफीगंज में रमेश सिंह संयोजक, इन्द्रदेव यादव प्रभारी, रफीगंज नगर संजय प्रसाद संयोजक, सुरेश शर्मा प्रभारी, हसपुरा में कुंदन पाण्डेय संयोजक, अनिल शर्मा प्रभारी, गोह में युगेश शर्मा संयोजक, संतोष दूबे प्रभारी, दाउदनगर प्रखंड में मुखिया राजकुमार शर्मा संयोजक, अशोक सिंह प्रभारी, दाउदनगर नगर में राजाराम प्रसाद संयोजक, राजेन्द्र पासवान प्रभारी, ओबरा में जितेन्द्र शर्मा संयोजक, अश्रि्वनी तिवारी प्रभारी, बारून में नागेश्वर सिंह संयोजक, विनय कुमार सिंह पप्पू प्रभारी, नवीनगर प्रखंड में रामचन्द्र सिंह संयोजक, नरेन्द्र सिंह प्रभारी, नवीनगर नगर में बैकुंठ नाथ त्रिपाठी संयोजक, राजकुमार सिंह प्रभारी, औरंगाबाद प्रखंड मे प्रभुनाथ सिंह संयोजक, शिवेन्द्र सिंह प्रभारी, औरंगाबाद नगर में अनिल गुप्ता प्रभारी, शैल देवी संयोजक एवं आलोक कुमार सिंह युवा संयोजक बनाए गए हैं। बैठक में पूर्व जिलाध्यक्ष कृष्ण बल्लभ प्रसाद सिंह उर्फ बबुआ जी, जिला संयोजक अरविंद कुमार सिंह, राजेन्द्र सिंह, सुरेश शर्मा, राजाराम चौधरी उपस्थित थे। शुक्रवार को समाहरणालय के पास स्थित पार्टी कार्यालय में क्षेत्रीय संगठन प्रभारी राधा मोहन शर्मा की उपस्थिति एवं उपाध्यक्ष दिग्विजय सिंह की अध्यक्षता में बैठक सम्पन्न हुई। उपाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह जिला संयोजक चुने गए। विजय कुमार गुप्ता औरंगाबाद नगर, रामरूप सिंह/राजू सिंह औरंगाबाद प्रखंड, धीरेन्द्र कुमार सिंह मदनपुर, केदार सिंह ओबरा, अश्रि्वनी तिवारी दाउदनगर नगर, सरयू सिंह दाउदनगर प्रखंड, वीरेन्द्र कुमार हसपुरा, भरत सिंह रफीगंज प्रखंड, संजय गुप्ता रफीगंज नगर, नंदकिशोर मेहता देव, बबन सिंह कुटुम्बा, उदय सिंह नवीनगर प्रखंड, बैकुण्ठ लाल त्रिपाठी नवीनगर नगर, धनंजय शर्मा बारून एवं अनिल शर्मा गोह के प्रभारी बनाए गए हैं। ओमप्रकाश सिंह प्रचार प्रमुख एवं पुरुषोत्तम कुमार सिंह को साधन प्रमुख का दायित्व सौंपा गया है। पूर्व जिलाध्यक्ष शिवानंद पाठक के निधन पर कार्यकर्ताओं ने दो मिनट का मौन रखा। दो जगहों पर हुई बैठक से यह साफ हो गया है कि जिला भाजपा में गुटबाजी सतह पर है।
बीएड कालेज में फर्जी सीबीआई छापा
ASHOK KUMAR SINGH
दाउदनगर (औरंगाबाद) पटना रोड में एनएच 98 किनारे निर्माणधीन भगवान प्रसाद- शिवनाथ प्रसाद बीएड कालेज में सीबीआई के फर्जी अधिकारी बन कर कुछ लोगों ने छापामारी की। उनमें से एक सीआईडी विभाग में सिपाही की नौकरी करता है। एक राष्ट्रीय स्तर के नेता की सुरक्षा में तैनात रहा है। हुआ यह कि दोनों कालेज पहुंचे और वहां के कर्मचारियों को अपना सीआईडी कर्मी का आई कार्ड दिखाया और कहा कि हम सीबीआई से छापेमारी करने आए हैं। घबराए मजदूरों ने कालेज के सचिव डा. प्रकाश चन्द्रा को फोन से इसकी सूचना दी। वे चकित हो गए कि अभी कालेज शुरू नहीं हुआ है और सीबीआई का छापा कैसे पड़ गया। उन्होंने सीबीआई के एक एसपी दीनेन्द्र कश्यप से बात की तो पता चला कि सीबीआई की कोई कार्रवाई दाउदनगर में नहीं हो रही है। इसके बाद एसपी औरंगाबाद को जानकारी दी गई। थानाध्यक्ष एसए अहमद ने बताया कि पकड़े गए लोग समाज के इज्जतदार लोग हैं। सभी शराब के नशा में धुत थे। माफी मांगने पर इन्हे छोड़ दिया गया है। वैसे इस घटना को ले अनुमंडल मुख्यालय में कई तरह की चर्चाएं है।
नक्सली संगठन के निशाने पर डाक्टर के बाद व्यवसायी
ग्रीन हंट आपरेशन के विरोध में नक्सली संगठन हथियार जुटाने के उद्देश्य से खुलेआम लेवी वसूलने का काम तेज कर दिया है। इसके लिए मोबाइल फोन पर लेवी की मांग की जा रही है। शेरघाटी के डा.राजेन्द्र प्रसाद को लगातार फोन आ रहे हैं। मंगलवार को भी मोबाइल पर उन्हें धमकी दिया गया। इतना ही नहीं आमस थाना के चंडीस्थान के दो व्यवसायियों से लेवी की मांग मोबाइल पर की गयी है। इससे पूरे बाजार में मोबाइल एक दहशत बन गया है। मोबाइल पर नया नंबर आने के बाद व्यवसायी खुद मोबाइल न उठाकर गृहणियों को मोबाइल उठाने की सलाह दे रहे हैं। शेरघाटी के चिकित्सक डा.राजेन्द्र प्रसाद से 20 लाख रुपया की मांग की खबर मंगलवार को प्रकाशित होने के बाद भी उन्हें नक्सली ने पुन: फोन किया। और अंजाम भुगतने की धमकी दी। इसके बाद पूरे परिवार में बेचैनी छा गयी है। डा.प्रसाद ने 'जागरण' को बताया कि चेतावनी में उनको और उनके भाई राजेश कुमार को क्लिनिक बंद करने और रेफरल अस्पताल जाना छोड़ देने की हिदायत दी है। उन्होंने बताया कि रंगदारी मांगने वाला व्यक्ति खुद को नक्सली नेता विजय यादव उर्फ संदीप बताता है। डा.प्रसाद ने कहा कि आधा दर्जन से अधिक बार फोन आ चुका है। इस संबंध में उन्होंने जिले के अधिकारियों को फैक्स द्वारा सूचित कर दिया। उधर, चंडीस्थान बाजार में व्यवसाय कर रहे अजय साव से 50 हजार और जीतू प्रसाद से 10 हजार रुपये की मांग उक्त नक्सली नेता ने मोबाइल पर की है। इस घटना से पूरे बाजार में दहशत व्याप्त है। चंडीबाजार में व्यवसाय करने वाला हर दुकानदार अपने को असुरक्षित महसूस कर रहा है।
शौचालय की टंकी से नारी कंकाल बरामद
NIBHA RANI
शेरघाटी (गया) । शेरघाटी शहर के हटिया मुहल्ला से पुलिस ने सूखे शौचालय की टंकी से नारी कंकाल बरामद की है। शेरघाटी पुलिस से मिली खबर के मुताबिक मुकेश कुमार सोनी ने अपनी पत्नी सोनी देवी उम्र लगभग 20 वर्ष क ो हत्या कर शव को शौचालय की टंकी में नमक, खाद आदि देकर छोड़ दिया था। प्रथम दृष्टया पुलिस का संदेह है कि लगभग 15 दिन पहले उक्त महिला की हत्या की गयी है। शव को गलाने के लिए नमक, खाद आदि का प्रयोग हुआ है। फलस्वरूप शव का मांस पूरी तरह गल चुका था, केवल कंकाल पाया गया है। प्राप्त खबर के मुताबिक मुकेश के घर के आसपास रहने वाले पड़ोसियों को उसकी पत्नी को न देखा जाना एवं घर कई दिनों से लगातार बंद पाया जाना संदेह को जन्म दे रहा था। अचानक किसी ने लड़की के पिता को लड़की को न देखे जाने की सूचना दूरभाष से दिया। लड़की के पिता ने उक्त सूचना शेरघाटी थाना को दिया। पुलिस ने पहले गुप्त तरीके से पता करने का प्रयास किया। जब कुछ संदेह हुआ तो घर को खुलवाकर देखा गया। जिसमें शौचालय के अनुपयोगी टंकी में कंकाल पाया गया। पुलिस मामले की विस्तृत छानबीन में लग गयी है।
शेरघाटी (गया) । शेरघाटी शहर के हटिया मुहल्ला से पुलिस ने सूखे शौचालय की टंकी से नारी कंकाल बरामद की है। शेरघाटी पुलिस से मिली खबर के मुताबिक मुकेश कुमार सोनी ने अपनी पत्नी सोनी देवी उम्र लगभग 20 वर्ष क ो हत्या कर शव को शौचालय की टंकी में नमक, खाद आदि देकर छोड़ दिया था। प्रथम दृष्टया पुलिस का संदेह है कि लगभग 15 दिन पहले उक्त महिला की हत्या की गयी है। शव को गलाने के लिए नमक, खाद आदि का प्रयोग हुआ है। फलस्वरूप शव का मांस पूरी तरह गल चुका था, केवल कंकाल पाया गया है। प्राप्त खबर के मुताबिक मुकेश के घर के आसपास रहने वाले पड़ोसियों को उसकी पत्नी को न देखा जाना एवं घर कई दिनों से लगातार बंद पाया जाना संदेह को जन्म दे रहा था। अचानक किसी ने लड़की के पिता को लड़की को न देखे जाने की सूचना दूरभाष से दिया। लड़की के पिता ने उक्त सूचना शेरघाटी थाना को दिया। पुलिस ने पहले गुप्त तरीके से पता करने का प्रयास किया। जब कुछ संदेह हुआ तो घर को खुलवाकर देखा गया। जिसमें शौचालय के अनुपयोगी टंकी में कंकाल पाया गया। पुलिस मामले की विस्तृत छानबीन में लग गयी है।
नक्सलियों को कारतूसों की आपूर्ति करनेवाले गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर में पुलिस ने कथित तौर पर नक्सलियों को कारतूसों की आपूर्ति करनेवाले बिहार के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
शहर के चेतगंज थाना क्षेत्र के तेलियाबाग इलाके में शुक्रवार देर शाम मुरलीधर शर्मा इंसास रायफल की 125 जिंदा कारतूसों और एक फर्जी आर्म लाइसेंस के साथ पकड़ा गया। वाराणसी के पुलिस अधीक्षक (शहर) विजय भूषण ने शनिवार को संवाददाताओं को बताया कि गिरफ्तार व्यक्ति बिहार के नक्सल प्रभावित रोहतास जिले का रहनेवाला है। प्रारंभिक पूछताछ में उसने कबूला कि वह पिछले कई वर्षों से नक्सलियों को कारतूसों और हथियारों की आपूर्ति करता रहा है।
हथियार बेचनेवाले ‘सीआरपीएफ’ के जवान गिरफ्तार
पुलिस के मुताबिक मुरलीधर के संबंध सरकारी कारतूस घोटाले के सरगना एवं राज्य पुलिस से सेवानिवृत्त दरोगा यशोदानंदन सिंह से थे। वह इलाहाबाद निवासी आशीष सिंह के जरिये यशोदानंदन से सरकारी कारतूस लेकर बिहार और झारखंड में नक्सलियों को पहुंचाता था। भूषण ने बताया कि मुरलीधर से मिली जानकारी के आधार पर आशीष सिंह की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। पूरे मामले की जांच की जा रही है। गौरतलब है कि विशेष कार्यवाई दस्ते (एसटीएफ) ने यशोदानंदन सहित चार पुलिसकर्मियों व अर्धसैनिक बलों के जवानों को पिछले महीने रामपुर जिले से सरकारी कारतूसों के जखीरे के साथ गिरफ्तार किया था। इन सभी की निशानदेही पर राज्य के विभिन्न जिलों से 6 और पुलिसकर्मी गिरफ्तार किए गए थे।
शहर के चेतगंज थाना क्षेत्र के तेलियाबाग इलाके में शुक्रवार देर शाम मुरलीधर शर्मा इंसास रायफल की 125 जिंदा कारतूसों और एक फर्जी आर्म लाइसेंस के साथ पकड़ा गया। वाराणसी के पुलिस अधीक्षक (शहर) विजय भूषण ने शनिवार को संवाददाताओं को बताया कि गिरफ्तार व्यक्ति बिहार के नक्सल प्रभावित रोहतास जिले का रहनेवाला है। प्रारंभिक पूछताछ में उसने कबूला कि वह पिछले कई वर्षों से नक्सलियों को कारतूसों और हथियारों की आपूर्ति करता रहा है।
हथियार बेचनेवाले ‘सीआरपीएफ’ के जवान गिरफ्तार
पुलिस के मुताबिक मुरलीधर के संबंध सरकारी कारतूस घोटाले के सरगना एवं राज्य पुलिस से सेवानिवृत्त दरोगा यशोदानंदन सिंह से थे। वह इलाहाबाद निवासी आशीष सिंह के जरिये यशोदानंदन से सरकारी कारतूस लेकर बिहार और झारखंड में नक्सलियों को पहुंचाता था। भूषण ने बताया कि मुरलीधर से मिली जानकारी के आधार पर आशीष सिंह की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। पूरे मामले की जांच की जा रही है। गौरतलब है कि विशेष कार्यवाई दस्ते (एसटीएफ) ने यशोदानंदन सहित चार पुलिसकर्मियों व अर्धसैनिक बलों के जवानों को पिछले महीने रामपुर जिले से सरकारी कारतूसों के जखीरे के साथ गिरफ्तार किया था। इन सभी की निशानदेही पर राज्य के विभिन्न जिलों से 6 और पुलिसकर्मी गिरफ्तार किए गए थे।
शिक्षका ने भाजपा विधायक पर लगाया दुष्कर्म का आरोप
बिहार में सत्तासीन भाजपा के विधायक राज किशोर केसरी पर एक निजी स्कूल की शिक्षका ने दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। पूणिर्या के पुलिस उप महानिरीक्षक अमित कुमार ने बताया कि उक्त शिक्षिका ने पूर्णिया के खजांचीहाट थाने में इस बाबत तीन दिनों पहले दर्ज कराई गई प्राथमिकी में केसरी पर पिछले तीन सालों से उनके साथ बलात्कार किए जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि मामले की छानबीन की जिम्मेदारी खजांचीहाट के थाना प्रभारी अरविंद कुमार को जबकि इस मामले की निगरानी का जिम्मा पुलिस उपाधीक्षक एस एस ठाकुर को सौंपा गया है। इस बीच भाजपा विधायक केसरी ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज करते हुए इसे गलत एवं बेबुनियाद तथा उनकी छवि को धूमिल करने की एक साजिश बताया है। बताया जाता है कि पिछले तीन सालों के दौरान यह दूसरा मौका है जब केसरी पर किसी महिला ने इस तरह का आरोप लगाया है। इससे पहले लीला झा नामक एक अन्य महिला ने भी केसरी पर उसके साथ बलात्कार किए जाने का आरोप लगाया था जिसमें पुलिस ने उन्हें जांच के बाद क्लीन चिट दे दिया था। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विश्वास यात्रा के क्रम में पूर्णिया पहुंचे प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने केसरी का बचाव करते हुए राजनीतिक जीवन में उनकी छवि और क्रियाकलाप को पूरी तरह साफ-सुथरा बताया। इस विवाद के बाद विश्वास यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्णिया में केसरी के साथ एक मंच पर बैठने से इंकार कर दिया था क्योंकि उक्त मंच, जहां से मुख्यमंत्री को जनसभा को संबोधित करना था, वहां बैठे केसरी को एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने मंच से उतर जाने को कहा था।
शादी के लिए बिहार में होता है अपहरण
आपने अब तक जबरन पैसे वसूलने या कोई पुरानी रंजिश तथा हत्या करने के लिए लोगों को अगवा करने की बात सुनी होगी परंतु ऐसा शायद ही सुना होगा कि शादी करने के लिए किसी का अपहरण किया गया। बिहार में ऐसा बहुत समय पहले से होता आ रहा है। खास बात यह है कि ऐसे घटनायें शादी-ब्याह के मौसम में और बढ़ जाती हैं। पुलिस मुख्यालय से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक इस वर्ष अब तक 359 अविवाहित युवकों की अपहरण शादी के लिए की जा चुकी है। आंकडों के अनुसार ऐसी घटनाएं राज्य के मुंगेर, गया, नवादा, नालंदा, जहानाबाद, नवगछिया, पटना जैसे क्षेत्रों में अधिक घटती हैं।
आंकड़ें बताते हैं कि इस वर्ष जनवरी महीने में जहां 87 युवकों को शादी के लिए अगवा किया गया वहीं फरवरी में 126 ऐसे युवकों का अपहरण किया गया था। मार्च में तो ऐसे युवकों की संख्या बढ़कर 146 तक जा पहुंची।
सूत्रों का कहना है कि पढ़े-लिखे तथा खाते-पीते परिवार से संबंधित अविवाहित युवकों का लड़की वाले अपहरण कर लेते हैं और फिर इनका जबरन विवाह करा दिया जाता है। बताया जाता है कि जब सब कुछ निपट जाता है तब लड़के के परिजनों को आशीष देने के लिए खबर की जाती है। ऐसे में कई शादियां सफल भी हो जाती हैं तो कई बुरी तरह नाकाम हो जाती हैं। पुलिस विभाग के अधिकारियों का भी मानना है कि ऐसे में लड़के के परिजन तो अपहरण का मामला थाना में दर्ज करवाते हैं परंतु जब जांच होती है तो पता चलता है कि यह अपहरण विवाह के लिए किया गया। ऐसे में पुलिस के पास भी बहुत कुछ करने के लिए नहीं रह जाता है।
इधर, पटना विश्वविद्यालय की प्रोफेसर भारती एस. कुमार इस मसले पर कहती हैं कि इसका प्रचलन मुख्य रूप से उत्तर बिहार में है। वह कहती हैं कि ऐसे विवाह से अभिभावक तो अपनी लड़कियों का विवाह कर मुक्त हो जाते हैं परंतु इस बेमेल विवाह का नकारात्मक प्रभाव पति-पत्नी के जीवन भर देखने को मिलता है। इस बेमेल विवाह के कारण उन परिवारों का संतुलित विकास भी नहीं हो पाता क्योंकि जीवन भर उस लड़की को ताने सुनना पड़ते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं का मुख्य कारण दहेज तथा जाति-बिरादरी में अच्छे और कमाऊ लड़कों की कमी है।
आंकड़ें बताते हैं कि इस वर्ष जनवरी महीने में जहां 87 युवकों को शादी के लिए अगवा किया गया वहीं फरवरी में 126 ऐसे युवकों का अपहरण किया गया था। मार्च में तो ऐसे युवकों की संख्या बढ़कर 146 तक जा पहुंची।
सूत्रों का कहना है कि पढ़े-लिखे तथा खाते-पीते परिवार से संबंधित अविवाहित युवकों का लड़की वाले अपहरण कर लेते हैं और फिर इनका जबरन विवाह करा दिया जाता है। बताया जाता है कि जब सब कुछ निपट जाता है तब लड़के के परिजनों को आशीष देने के लिए खबर की जाती है। ऐसे में कई शादियां सफल भी हो जाती हैं तो कई बुरी तरह नाकाम हो जाती हैं। पुलिस विभाग के अधिकारियों का भी मानना है कि ऐसे में लड़के के परिजन तो अपहरण का मामला थाना में दर्ज करवाते हैं परंतु जब जांच होती है तो पता चलता है कि यह अपहरण विवाह के लिए किया गया। ऐसे में पुलिस के पास भी बहुत कुछ करने के लिए नहीं रह जाता है।
इधर, पटना विश्वविद्यालय की प्रोफेसर भारती एस. कुमार इस मसले पर कहती हैं कि इसका प्रचलन मुख्य रूप से उत्तर बिहार में है। वह कहती हैं कि ऐसे विवाह से अभिभावक तो अपनी लड़कियों का विवाह कर मुक्त हो जाते हैं परंतु इस बेमेल विवाह का नकारात्मक प्रभाव पति-पत्नी के जीवन भर देखने को मिलता है। इस बेमेल विवाह के कारण उन परिवारों का संतुलित विकास भी नहीं हो पाता क्योंकि जीवन भर उस लड़की को ताने सुनना पड़ते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं का मुख्य कारण दहेज तथा जाति-बिरादरी में अच्छे और कमाऊ लड़कों की कमी है।
विस चुनाव सौ सीटों पर चुनाव लड़ेगा माले
SHYAKUDDIN
GAYA
भाकपा, माले की बिहार इकाई के सचिव नंदकिशोर प्रसाद ने सोमवार को कहा कि इस वर्ष होनेवाले विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी 100 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ेगी. श्री प्रसाद ने यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि स्वतंत्र एजेंडा एवं दावेदारी के आधार वामपंथी दलों के साथ चुनावी गंठबंधन भी हो सकता है लेकिन सामंती पार्टियों के साथ संबंध रखनेवालों के साथ उनकी पार्टी किसी प्रकार का कोई तालमेल नहीं करेगी.कार्यकर्ता तैयारियों में जुटेइस वर्ष होनेवाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में पार्टी कार्यकर्ता पूरी लगन से जुट गये हैं. विधानसभा की सौ से अधिक सीटों पर पार्टी ने चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है. नीतीश सरकार की घोषणाओं को डपोरशंखी करार देते हुए कहा कि विकास के विज्ञापन के नाम सरकारी खजाने से करोड़ों रुपये पानी की तरह बहाये जा रहे हैं जबकि राज्य में बेरोजगारी को खत्म करने और लोगों का पलायन रोकने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है.
विश्वास यात्रा दिखावानीतीश कुमार की विश्वास यात्रा को दिखावा करार देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सामंतों का विश्वास जीतने के लिए विश्वास यात्रा कर रहे हैं यात्रा के दौरान उन्हें आम जनता का आक्रोश हर तरफ़ ङोलना पड़ रहा है. श्री प्रसाद ने नीतीश सरकार पर ग्रामीण गरीबों के प्रति उदासीन होने का आरोप लगाया. कहा, राज्य सरकार गरीबों की समस्याओं के प्रति उदासीन बनी हुई है. इस सरकार में भ्रष्टाचार एवं कमीशनखोरी चरम पर है. जो लोग भ्रष्टाचार को उजागर करने में लगे हैं उन्हें बरखास्त किया जा रहा है. भूमि सुधार आयोग की चर्चा करते हुए कहा कि सरकार ने स्वयं ही आयोग का गठन किया. उसकी अनुशंसा भी आयी, लेकिन अब उन अनुशंसाओं को लागू करने बदले उसे समाप्त किया जा रहा है.बंटाईदारी के संबंध में भ्रम इसी तरह बंटाईदारी कानून के संबंध में भी भ्रम फ़ैलाया जा रहा है. कहा जा रहा है कि इससे बंटाईदार भूमि का मालिक हो जायेगा. नीतीश सरकार पुराने सामंतों एवं नव धनाडय़ कृषकों का मनोबल बढ़ाने में लगी है जिससे उनका भूमि सुधार का एजेंडा पीछे हो गया है. ऐसी स्थिति में उनकी पार्टी भूमिहीनों एवं बंटाईदारों के आंदोलन को और अधिक तेज करेगी.
GAYA
भाकपा, माले की बिहार इकाई के सचिव नंदकिशोर प्रसाद ने सोमवार को कहा कि इस वर्ष होनेवाले विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी 100 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ेगी. श्री प्रसाद ने यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि स्वतंत्र एजेंडा एवं दावेदारी के आधार वामपंथी दलों के साथ चुनावी गंठबंधन भी हो सकता है लेकिन सामंती पार्टियों के साथ संबंध रखनेवालों के साथ उनकी पार्टी किसी प्रकार का कोई तालमेल नहीं करेगी.कार्यकर्ता तैयारियों में जुटेइस वर्ष होनेवाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में पार्टी कार्यकर्ता पूरी लगन से जुट गये हैं. विधानसभा की सौ से अधिक सीटों पर पार्टी ने चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है. नीतीश सरकार की घोषणाओं को डपोरशंखी करार देते हुए कहा कि विकास के विज्ञापन के नाम सरकारी खजाने से करोड़ों रुपये पानी की तरह बहाये जा रहे हैं जबकि राज्य में बेरोजगारी को खत्म करने और लोगों का पलायन रोकने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है.
विश्वास यात्रा दिखावानीतीश कुमार की विश्वास यात्रा को दिखावा करार देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सामंतों का विश्वास जीतने के लिए विश्वास यात्रा कर रहे हैं यात्रा के दौरान उन्हें आम जनता का आक्रोश हर तरफ़ ङोलना पड़ रहा है. श्री प्रसाद ने नीतीश सरकार पर ग्रामीण गरीबों के प्रति उदासीन होने का आरोप लगाया. कहा, राज्य सरकार गरीबों की समस्याओं के प्रति उदासीन बनी हुई है. इस सरकार में भ्रष्टाचार एवं कमीशनखोरी चरम पर है. जो लोग भ्रष्टाचार को उजागर करने में लगे हैं उन्हें बरखास्त किया जा रहा है. भूमि सुधार आयोग की चर्चा करते हुए कहा कि सरकार ने स्वयं ही आयोग का गठन किया. उसकी अनुशंसा भी आयी, लेकिन अब उन अनुशंसाओं को लागू करने बदले उसे समाप्त किया जा रहा है.बंटाईदारी के संबंध में भ्रम इसी तरह बंटाईदारी कानून के संबंध में भी भ्रम फ़ैलाया जा रहा है. कहा जा रहा है कि इससे बंटाईदार भूमि का मालिक हो जायेगा. नीतीश सरकार पुराने सामंतों एवं नव धनाडय़ कृषकों का मनोबल बढ़ाने में लगी है जिससे उनका भूमि सुधार का एजेंडा पीछे हो गया है. ऐसी स्थिति में उनकी पार्टी भूमिहीनों एवं बंटाईदारों के आंदोलन को और अधिक तेज करेगी.
लालू ने युवा राजद की सभी इकाइयों को भंग किया
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने पार्टी की युवा इकाई की बैठक में दो नेताओं के आपस में भिड़ने और पिस्तौल निकालने की घटना से आहत होकर युवा राजद की राष्ट्रीय तथा प्रदेश इकाई को भंग कर दिया है। यादव ने पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में आज कहा कि युवा राजद के कार्यकर्ताओं के अभद्र व्यवहार को पार्टी ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि पार्टी में ऐसे तत्वों को कतई बर्दाश्स्त नहीं किया जाएगा। जिसे पार्टी में रहना है उसे नियम और कायदे के साथ रहना होगा। राजद अध्यक्ष ने कहा कि युवा राजद के कार्यकर्ताओं की हरकत से पार्टी की छवि को नुकसान हुआ है। उन्होंने युवा राजद की राष्ट्रीय और सभी प्रदेशों की इकाइयों को तत्काल प्रभाव से भंग किए जाने की घोषणा करते हुए कहा कि नई ईकाई का पुनर्गठन दस दिन के अंदर कर दिया जाएगा।
प्रकाश झा के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज
KUMAR MANGLAM
PATNA
हिंदी फिल्म राजनीति के निर्माता निर्देशक प्रकाश झा और इसके लेखक संजीव कुमार झा के खिलाफ बिहार में पटना के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में गुरुवार को एक आपराधिक मामला दर्ज कराया गया। मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी एस.पी.सिंह की अदालत ने इस संबध में आपराधिक मामला दर्ज कराते हुए अमित कुमार नयनन ने आरोप लगाया है कि राजनीति फिल्म की कहानी उनकी लिखी हुई है और उन्होंने पूर्व में संजीव कुमार झा से इसके बारे में बातचीत की थी। उन्होंने कहा कि बातचीत के दौरान यह तय हुआ था कि उनकी लिखी कहानी (ताज) के आधार पर एक हिंदी फिल्म बनाई जाएगी लेकिन संजीव झा ने प्रकाश झा से बातचीत करके कहानी में थोडा फेरबदल करते हुए एक नए शीर्षक (राजनीति) नाम से हिंदी फिल्म का निर्माण करने में अपना सहयोग दिया। नयनन ने कहा कि संजीव झा ने उनके साथ विश्वासघात किया और प्रकाश झा के साथ मिलकर उनकी कहानी पर आधारित राजनीति फिल्म का निर्माण करके भारतीय दंड विधान की धारा 379 और 406 के तहत एक आपराधिक कृत्य किया है। अदालत ने इस मामले को स्वीकार करते हुए इसकी सुनवाई की तारीख 10 जून निश्चित की है।
PATNA
हिंदी फिल्म राजनीति के निर्माता निर्देशक प्रकाश झा और इसके लेखक संजीव कुमार झा के खिलाफ बिहार में पटना के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में गुरुवार को एक आपराधिक मामला दर्ज कराया गया। मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी एस.पी.सिंह की अदालत ने इस संबध में आपराधिक मामला दर्ज कराते हुए अमित कुमार नयनन ने आरोप लगाया है कि राजनीति फिल्म की कहानी उनकी लिखी हुई है और उन्होंने पूर्व में संजीव कुमार झा से इसके बारे में बातचीत की थी। उन्होंने कहा कि बातचीत के दौरान यह तय हुआ था कि उनकी लिखी कहानी (ताज) के आधार पर एक हिंदी फिल्म बनाई जाएगी लेकिन संजीव झा ने प्रकाश झा से बातचीत करके कहानी में थोडा फेरबदल करते हुए एक नए शीर्षक (राजनीति) नाम से हिंदी फिल्म का निर्माण करने में अपना सहयोग दिया। नयनन ने कहा कि संजीव झा ने उनके साथ विश्वासघात किया और प्रकाश झा के साथ मिलकर उनकी कहानी पर आधारित राजनीति फिल्म का निर्माण करके भारतीय दंड विधान की धारा 379 और 406 के तहत एक आपराधिक कृत्य किया है। अदालत ने इस मामले को स्वीकार करते हुए इसकी सुनवाई की तारीख 10 जून निश्चित की है।
विकास मुख्य चुनावी मुद्दा :सुशील कुमार मोदी
पटना: विकास नवंबर में होनेवाले विधानसभा चुनाव का मुख्य चुनावी मुद्दा होगा. भाजपा-जदयू की सरकार ने शून्य से सफ़र शुरू किया था. विकास कार्यो की बदौलत बिहार की तरफ़ पूरी दुनिया का ध्यान आकृष्ट करने में हम सफ़ल हुए. उक्त बातें गुरुवार को उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहीं. वे राजेंद्र नगर में पटना मध्य के भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित कर रहे थे. 13 जून को गांधी मैदान में पार्टी की होनेवाली रैली के मद्देनजर बैठक बुलायी गयी थी. उन्होंने दावा किया कि स्वाभिमान रैली से सूबे में एनडीए सरकार के पक्ष में आंधी चलेगी. बिहार में दोबारा एनडीए की सरकार बन कर रहेगी. उन्होंने पटनावासियों से अपील की है कि प्रत्येक घर से कम-से-कम एक सदस्य रैली में अवश्य पहुंचे. इस मौके पर पटना मध्य के विधायक अरुण सिन्हा ने कहा कि रैली के समर्थन में कल से पदयात्रा निकाली जायेगी. पटना मध्य के 10 मंडलों में यह पदयात्रा निकलेगी. बैठक को बैद्यनाथ रमण, टीएन सिंह, रत्नेश कुशवाहा, संजय काबरा, राकेश चुन्नू, वार्ड पार्षद प्रमीला देवी व कुमुद बिहारी सिंह ने भी संबोधित किया.
राजद के पूर्व विधायक और उसके दो साथियों को आजीवन कारावास
बिहार की एक अदालत ने शनिवार को हत्या के एक मामले में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के पूर्व विधायक और उसके दो साथियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। नालंदा त्वरित न्यायालय (पंचम) के न्यायाधीश डी़ एऩ यादव ने लोकनाथ उर्फ लोकना नाम के एक व्यक्ति के अपहरण और हत्या के मामले में राजद के पूर्व विधायक नौसादुन नबी उर्फ पप्पू खां के अलावा मोहम्मद गुलरेज और गुलफाम को दोषी पाते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई। इन पर 10-10 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। सहायक लोक अभियोजक किशोरी प्रसाद ने बताया कि लोकनाथ का अपहरण 22 फरवरी, 2005 को कर लिया गया था तथा उसका शव बाद में 24 फरवरी को बिहारशरीफ के चैनपुर मुहल्ले से बरामद किया गया था। जिले के बिहारशरीफ थाने में दर्ज मामले में मृतक के पिता हीरालाल मिस्त्री ने इन तीनों लोगों पर इस हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया था। गौरतलब है कि पूर्व में पप्पू खां बिहारशरीफ के विधायक थे तथा उन्हें राजद के शासन काल में पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद यादव का करीबी माना जाता था।
संप्रग सरकार का रिपोर्ट कार्ड झूठ का पुलिंदा
पटना: जदयू ने कांग्रेसनीत केंद्र की संप्रग सरकार के दूसरे कार्यकाल के एक वर्ष के रिपोर्ट कार्ड को झूठ का पुलिंदा बताया है. कहा कि उनकी पार्टी कांग्रेस के इस झूठे दावे की पोल खोलने तथा देश की जनता को असली चेहरा दिखाने का काम करेगी. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी व राष्ट्रीय महासचिव सह प्रवक्ता शिवानंद तिवारी ने गुरुवार को यहां संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि संप्रग सरकार को एक वर्ष का नहीं, आजादी के बाद के 63 वर्षो का रिपोर्ट कार्ड पेश करना चाहिए.कांग्रेस जिम्मेवारआजादी के बाद से केंद्र व देश के अन्य राज्यों में अधिकांश समय में कांग्रेस का ही शासन रहा और आज देश जैसा भी है वह कांग्रेस का ही बनाया हुआ है.
आज देश में विकास का जो ढोल पीटा जा रहा है उसकी असलियत जाने के बाद सच्चाई लोगों की समझ में आ जायेगी. पिछले दिनों केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती कृष्णातीर्थ ने स्वीकार किया था कि यूनिसेफ़ द्वारा दुनिया भर के बच्चों की हालत पर जारी रिपोर्ट के अनुसार अपने देश में पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों का वजन जितना होना चाहिए उससे 43 प्रतिशत कम होता है. शिक्षा की भी स्थिति बुरी है. कॉलेज की पढ़ाई नहीं करतेसरकारी आंकड़ों का उल्लेख करते हुए कहा कि 18 से 25 वर्ष की उम्रवाले सात प्रतिशत से अधिक युवक कॉलेज में पढ़ाई नहीं करते हैं. 15 वर्ष की उम्रवाले 40 प्रतिशत बच्चे निरक्षर हैं. दो दशक में लगभग दो से ढाई लाख किसानों ने आत्महत्या की है. महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में तो आत्महत्याओं की इतनी अधिक घटनाएं हुईं कि प्रधानमंत्री को स्वयं वहां जाना पड़ा. आजादी के बाद कांग्रेस ने देश को ऐसा बना दिया है कि यहां के लोग अपने बच्चों को कायदे से न तो खिला सकते हैं और न ही पढ़ा सकते हैं.20 रुपये से कम पर गुजाराअर्जुन सेन गुप्ता कमेटी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि देश की 78 प्रतिशत आबादी 20 रुपये से कम पर गुजारा करती है. आज इसी उपलब्धि पर कांग्रेस ढोल बजा रही है. कांग्रेस विकास के शोर में गरीबों व भूखों की आवाज को दबाने में लगी है.
आज देश में विकास का जो ढोल पीटा जा रहा है उसकी असलियत जाने के बाद सच्चाई लोगों की समझ में आ जायेगी. पिछले दिनों केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती कृष्णातीर्थ ने स्वीकार किया था कि यूनिसेफ़ द्वारा दुनिया भर के बच्चों की हालत पर जारी रिपोर्ट के अनुसार अपने देश में पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों का वजन जितना होना चाहिए उससे 43 प्रतिशत कम होता है. शिक्षा की भी स्थिति बुरी है. कॉलेज की पढ़ाई नहीं करतेसरकारी आंकड़ों का उल्लेख करते हुए कहा कि 18 से 25 वर्ष की उम्रवाले सात प्रतिशत से अधिक युवक कॉलेज में पढ़ाई नहीं करते हैं. 15 वर्ष की उम्रवाले 40 प्रतिशत बच्चे निरक्षर हैं. दो दशक में लगभग दो से ढाई लाख किसानों ने आत्महत्या की है. महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में तो आत्महत्याओं की इतनी अधिक घटनाएं हुईं कि प्रधानमंत्री को स्वयं वहां जाना पड़ा. आजादी के बाद कांग्रेस ने देश को ऐसा बना दिया है कि यहां के लोग अपने बच्चों को कायदे से न तो खिला सकते हैं और न ही पढ़ा सकते हैं.20 रुपये से कम पर गुजाराअर्जुन सेन गुप्ता कमेटी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि देश की 78 प्रतिशत आबादी 20 रुपये से कम पर गुजारा करती है. आज इसी उपलब्धि पर कांग्रेस ढोल बजा रही है. कांग्रेस विकास के शोर में गरीबों व भूखों की आवाज को दबाने में लगी है.
एरिया कमांडर ने आत्मसमर्पण
(गया । प्रतिबंधित संगठन भाकपा माओवादी का स्वयंभू एरिया कमांडर राजेश उर्फ सागर ने शनिवार को आंती थाना में आत्मसमर्पण कर दिया। राजेश गुरुआ थाना कांड का वांछित फरारी था। आंती पुलिस ने राजेश को गुरुआ थाना के हवाले कर दिया है। उधर शनिवार की शाम कोंच थाना के इस्माईलपुर के पास इटवां में पुलिस ने छापामारी की। पुलिस को माओवादी के हथियारबंद दस्ते के मौजूद रहने की सूचना थी। पुलिस ने उक्त गांव से कथित नक्सली राजाराम यादव और विनोद यादव को पकड़ लिया है। लेकिन कोंच पुलिस दोनों के पकड़े जाने की पुष्टि नहीं कर रही है। जबकि ग्रामीणों ने यह सूचना दी कि पुलिस ने उक्त दोनों व्यक्ति को पकड़कर अपने साथ ले गयी है।
सामंती शक्तियों के दबाव में बिहार सरकार बर्धन
KUMAR MANGLAM
PATNA
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के महासचिव ए बी बर्धन ने शनिवार को आरोप लगाया कि बिहार सरकार सामंती शक्तियों के दबाव में आकर बंद्योपाध्याय समिति की सिफारिशों को लागू करने में टाल मटोल का रवैया अपना रही है। बर्धन ने बिहार राज्य खेत मजदूर यूनियन के राज्य सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि नीतीश कुमार की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सामंती शक्तियों के दबाव के कारण बंद्योपाध्याय समिति की सिफारिशों को लागू करने में टाल मटोल कर रही है। उन्होंने किसानों और मजदूरों से भूमि दखल आंदोलन में शामिल होने का आह्वान करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि भूमिहीनों की फौज जमीन पर कब्जा करें। भाकपा के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि बिहार सरकार बंद्योपाध्याय समिति की भूमिहीनों की सिफारिशों को लागू करने से कतरा रही है। उन्होंने कहा कि भूमिहीनों को एक एकड जमीन देने के लिए सरकार के पास पर्याप्त जमीन है फिर भी वह भूमिहीनों को जमीन देने से आनाकानी कर रही है और सरकार की नीति ही सही नहीं है। बर्धन ने कहा कि राज्य सरकार भूमिहीनों को भूमि की खरीद के लिए राशि देने की घोषणा की है कि लेकिन किससे जमीन की खरीद की जाएगी और कौन उन्हें राशि देगा यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार की मंशा भूमिहीनों को जमीन देने की होती तो अब तक भूमिहीनों को जमीन उपलब्ध करा दिया गया होता।
भाकपा के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि इस सरकार में बासगीत जमीन भूमिहीनों को नही मिल रहा है और न ही बटाईदारों को जमीन जोतने का अधिकार मिल रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार की तमाम वामपंथी दल में अलगअलग मुद्दों पर मतभेद हो सकता है लेकिन इस मुद्दे पर हम सभी को एक होना है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने एक सौ एकड़ की अधिक जोत वालों की एक सूची बनाई गई है और उस जमीन पर कब्जा करने का अभियान चलाया जाएगा।
PATNA
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के महासचिव ए बी बर्धन ने शनिवार को आरोप लगाया कि बिहार सरकार सामंती शक्तियों के दबाव में आकर बंद्योपाध्याय समिति की सिफारिशों को लागू करने में टाल मटोल का रवैया अपना रही है। बर्धन ने बिहार राज्य खेत मजदूर यूनियन के राज्य सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि नीतीश कुमार की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सामंती शक्तियों के दबाव के कारण बंद्योपाध्याय समिति की सिफारिशों को लागू करने में टाल मटोल कर रही है। उन्होंने किसानों और मजदूरों से भूमि दखल आंदोलन में शामिल होने का आह्वान करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि भूमिहीनों की फौज जमीन पर कब्जा करें। भाकपा के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि बिहार सरकार बंद्योपाध्याय समिति की भूमिहीनों की सिफारिशों को लागू करने से कतरा रही है। उन्होंने कहा कि भूमिहीनों को एक एकड जमीन देने के लिए सरकार के पास पर्याप्त जमीन है फिर भी वह भूमिहीनों को जमीन देने से आनाकानी कर रही है और सरकार की नीति ही सही नहीं है। बर्धन ने कहा कि राज्य सरकार भूमिहीनों को भूमि की खरीद के लिए राशि देने की घोषणा की है कि लेकिन किससे जमीन की खरीद की जाएगी और कौन उन्हें राशि देगा यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार की मंशा भूमिहीनों को जमीन देने की होती तो अब तक भूमिहीनों को जमीन उपलब्ध करा दिया गया होता।
भाकपा के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि इस सरकार में बासगीत जमीन भूमिहीनों को नही मिल रहा है और न ही बटाईदारों को जमीन जोतने का अधिकार मिल रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार की तमाम वामपंथी दल में अलगअलग मुद्दों पर मतभेद हो सकता है लेकिन इस मुद्दे पर हम सभी को एक होना है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने एक सौ एकड़ की अधिक जोत वालों की एक सूची बनाई गई है और उस जमीन पर कब्जा करने का अभियान चलाया जाएगा।
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